यदि आपके जीवन में कठिनाइयाँ हैं… यदि आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं… यदि हर ओर से रास्ते बंद हो चुके हैं, तो आज की यह पाँच उपाय आपके लिए है। इसे अंत तक सुनें, क्योंकि इस कथा को पूरा सुनकर अनुकरण करने वाले की हर मनोकामना पूरी होती है अब कहानी की शुरुआत होती है
एक घने जंगल के बीच एक आश्रम, जहाँ एक साधक व्याकुल होकर अपने गुरु महाराज के चरणों में बैठा है साधक गंभीर स्वर में, भावुक होकर गुरु जी से कहता है की “गुरु देव! मेरा जीवन संकटों से घिर गया है। कर्ज के बोझ तले दब चुका हूँ। चारों ओर अंधकार ही अंधकार है। कोई रास्ता नहीं दिखता। कृपा करके मुझे मार्ग दिखाइए!” गुरु महाराज ने आंखें बंद कीं, कुछ क्षण ध्यान में रहे, और फिर धीरे से मुस्कुराए
गुरु महाराज ने साधक की ओर देखा। उनका चेहरा शांत था, परंतु उनकी आँखों में एक दिव्य तेज झलक रहा था। कुछ क्षण मौन रहने के बाद, उन्होंने गहरी सांस ली और गंभीर स्वर में बोले—
“वत्स! यदि तू वास्तव में अपने जीवन में बदलाव चाहता है, यदि तू सौभाग्य की प्राप्ति करना चाहता है, तो तुझे इन पाँच उपायों को पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ अनुकरण करना होगा।”
साधक जिज्ञासा से उनकी ओर देखने लगा। गुरु महाराज ने आगे कहा—
आज मैं आपको जो उपाय बताने जा रहा हूँ, यह उपाय एक ऐसा उपाय है कि यदि आप इस उपाय को पूरी श्रद्धा से ईमानदारी से करते है तो आपका जीवन निश्चित रूप से बदल जाएगा। आप जो जीवन में चाहते है।
वह हो जाएगा अपने लिए चाहते हैं, वह हो जाएगा। यानी कुछ ऐसा। यदि आप चाहते हैं कि समाज में कोई नुकसान करना चाहते हैं तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। ये उन लोगों के लिए मैं प्रयोग बताने जा रहा हूँ जो सुख समृद्धि चाहते हैं, अपने परिवार के लिए, अपने लिए मान सम्मान चाहते हैं, अपने परिवार में सुख शांति चाहते हैं।
उसके लिए मैं ये ऐसा प्रयोग बताने जा रहा हूँ। यदि आप इसको ईमानदारी से अपने जीवन में अपनाते हैं तो आप डेट नोट कर लीजिए। अगले छः महीनों में आपकी स्थितियों में 100% का सुधार आएगा। 100% का सुधार से मतलब यह है।
कि आप आज जहाँ खड़े हैं, वहाँ से बेहतर स्थिति में लगातार होते चले जाएंगे। यदि आप इस प्रयोग को करते हैं तो इस वीडियो को पूरा सुनिएगा और इसके वीडियो को मर्म को समझने की कोशिश करिएगा की मैं आपको जो चीज़ बता रहा हूँ उनको कैसे करना है?
मैंने इस प्रयोग को बहुत लोगों को बताया अभी रिसेंटली मैंने 1 साल पहले एक सज्जन बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे। मतलब उनके घर में ये थी की वो सुसाइड करने का सोच रहे थे और मैंने तब उनको ये प्रयोग बताया।
तो आप ये मान के चलिए कि उनके ऊपर ₹3,00,00,000 का कर्जा था, मैंने आपको बताया ₹3,00,00,000 का कर्जा था और कहीं से कोई सूरत नहीं बन रही थी कि वो इस कर्ज को चुका पाए या उनको कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था कि वो इस झंझट से वो निकलेंगे कैसे?
घर के मुखिया थे, बहुत बुरी तरह परेशान थे और जब इस प्रयोग को उन्होंने किया तो आज लगभग सालभर होने को आया है। कर्ज उनका धीरे धीरे चुक रहा है और और उनके अंदर एक उम्मीद के कारण ये आ गई है कि वो 60 वर्ष की उम्र में भी।
इस कर्ज को चुका लेंगे। मतलब उनकी उम्र है 55 साल 60 साल के बीच में होंगे, 50 से 60 के बीच के होंगे। मुझे उम्र का अंदाजा नहीं है, लेकिन उनके अंदर ये उम्मीद आ गई कि हाँ मैं अब इन चीजों को एक 2 साल में ही निपटा लूँगा तो जो व्यक्ति इस प्रयोग करके 3,00,00,000 का कर्जा
चुकाने की उम्मीद रखता हो ठीक है और उसके अंदर आशा की किरण जब जगी हो तो आप निश्चित मानिए कि आपका आप चाहे किसी भी स्थिति में आपके रोजगार नहीं हो, आपके पास कोई काम नहीं हो, आपके पास कर्ज हो गया हो या आपके काम नहीं बनते हो और आप यदि इस प्रयोग को करेंगे।
तो निश्चित मानिए कि आपके काम 100% बनने लगेंगे। ये मेरा विश्वास है, पूरा विश्वास है क्योंकि मैंने जीसको भी इस प्रयोग को बताया है और जिसने इसे पूरी ईमानदारी के साथ किया है उसको इसका फल जरूर मिलाया।
देखिए पहली बात तो ये है की जब हमारा अपना कोई प्रयोग काम ही नहीं कर रहा, हमारे मन की तो चल ही नहीं रही, चल किसकी रही है ईश्वर की और जब ईश्वर की चल रही है तो हमें ईश्वर के बताये रास्ते से ही समाधान निकालना पड़ेगा। पहली बात तो ये है तो ईश्वर।
कब मिलते हैं? ईश्वर मिलते हैं सुबह सुबह प्रातःकाल अवस्था में मिलते हैं। ठीक है ना? शुरुआत में वो आपको हो सकता है। परेशानी हो आप किसी ठंडे स्थान में रहते हो तो आपको ऐसा लगता होगा की सुबह सुबह तो बड़ा मुश्किल काम है, लेकिन आप ही निश्चित मान लीजिए।
कि आपको ये काम इसलिए करना है कि आपका तो कोई काम बन ही नहीं रहा है। इस प्रयोग को आप जब ही करें जब आप सारे काम करके देख चूके हो और आप सुबह साढ़े 3:00 बजे का अलार्म लगा दीजिए और अलार्म लगाने की जरूरत नहीं है। रात को सोने से पहले
हाथ जोड़िए, हाथ पैर धोइए और उसको तौली से पोछिए पहुँचकर बिस्तर पे जहाँ आप सोने जा रहे हैं, वहाँ जाइए और प्रार्थना कीजिए ईश्वर से हे ईश्वर मेरे दुर्भाग्य का आप नाश करें, मुझे मेरा सौभाग्य प्रदान करें। इन शब्दों को आप लिख लीजिए।
मेरे दुर्भाग्य का आप नाश करें और मेरा सौभाग्य मुझे प्रदान करें, ऐसी मेरी आपसे प्रार्थना है। आप जीस भी ईश्वर को मानते हो वो आपकी इच्छा है, लेकिन आप ऐसी प्रार्थना कर सकते हैं।
माँ लक्ष्मी से कर सकते हैं, भोले शंकर से कर सकते हैं, बजरंग बली से कर सकते हैं, जिसमें आपकी श्रद्धा हो कर सकते हैं और उनसे एक प्रार्थना और करिए कि मुझे आप सुबह साढ़े 3:00 बजे उठा दीजिएगा। हाँ जी, कितने बजे साढ़े 3:00 बजे उठा दीजिएगा?
आप 3:00 बजे कहेंगे तो वो 3:00 बजे उठा देंगे और आप देखिएगा कि उस रात से आपको सुबह साढ़े 3:00 बजे होश जरूर हो जाएगा। आप नहीं उठे वो आपकी इच्छा है, पर आपको साढ़े 3:00 बजे ईश्वर उठा देंगे। पहली बात तो आप इस प्रयोग को करके देख लीजिएगा।
आपको जरूरत ही नहीं पड़ेगी किसी चीज़ की किसी अलार्म की जरूरत आप कितनी भी गहरी नींद में सो रहे हो आपकी नींद उस समय खुल जाएगी। पहले दिन से ही खुल जाएगी पर आप शायद।
नहीं पहचान पाए पर आप देखेंगे कि दूसरे तीसरे दिन से ही आपकी नींद खुल जाएगी इसके पास धीरे-धीरे आपको पहचान में भी आने लग जाएगी आप बिस्तर से ना उठे या आपकी इच्छा है पर ईश्वर आपकी आंख जरूर खोल देगा एकदम सटीक टाइम पर
ईश्वर आपको 3:00 बजे 3:30 बजे तक जरूर उठा देंगे पहली बात तो यह है और इस बात का प्रमाण है कि आप जो बातें ईश्वर से कहते हैं ईश्वर उसे तत्काल सुनते हैं ईश्वर तत्काल सुनते हैं
द्रोपती ने जैसे ही ईश्वर को पुकारा ईश्वर ने तुरंत सुन लिया और उनकी समस्या का समाधान कर दिया यदि द्रोपती उसे समय ही ईश्वर को पुकारती जब उसे घसीटा जा रहा था तो उससे पहले ही उसका समाधान कर दिया जाता लेकिन जब उनका चीर हरण होने लगा तब द्रौपदी ने ईश्वर को पुकारा
इसी तरह आप भी जब ईश्वर से कोई बात सच्चे मन से कहेंगे तो वह आपकी बात को जरूर सुनेंगे अब आप जब पुकारेंगे तब ईश्वर आपकी बात सुनेंगे और आपकी बात मान लेंगे
पहला प्रयोग मैंने बता दिया है आपको सुबह 3:30 बजे उठ जाना है 3:30 बजे उठने के बाद आप फ्रेश होइए गर्म पानी से चाहे ठंडे पानी से नहा लीजिए और नहा करके जिधर पूर्व दिशा होती है जहां से सूर्य निकलते हैं उसे तरफ एक पीला आसन लगाकर बैठ जाइए एक रुद्राक्ष की माला लीजिए
अमेजॉन से मंगा लीजिए जो भी कहते हैं उसे उस सिस्टम मंगा लीजिए या तो डिस्क्रिप्शन में मैंने लिंक दिया है आप वहां से भी जाकर ले सकते है या जिस भी विधि से आपको सरलता हो मंगा लीजिये वह रुद्राक्ष की माला को जब आपके पास आ जाए गंगाजल से छींटे मारकर पवित्र कर लीजिए और उसको भोले शंकर के सामने रख दीजिए की हे भोले शंकर इस माला को जागृत करिए और आप मेरे गुरुजी हैं भोले शंकर को ही गुरु मान लो कि आप मेरे गुरु हो
और इस माला को शक्ति प्रदान करिए इस माला से जो भी मंत्र में जप करूं वह सिद्ध हो जाए और मुझे उसे मंत्र के फलों की तुरंत प्राप्ति हो बस आपका दूसरा काम हो गया अब आपको क्या करना है आपको पीले आसन पर बैठ जाना है पीली धोती पहन लीजिए और पीला धोती ओढ़ भी लीजिए
और शुरुआत में आपके पास अगर कुछ ना हो तो शुरुआत में एक साफ कपड़ा ले लीजिए बिल्कुल भी साफ कपड़ा ले लीजिए नया ना हो तो पुराना ही बिल्कुल साफ उसकी धोकर साफ कर लीजिए जब आपके पास पैसे आ जाए तब नए पीले वस्त्र आप खरीद लीजिएगा
जहां आपको पूजा करना है वहां पर साफ कपड़ों को बिछा लीजिएगा वहां झाड़ू पोछा कर लीजिएगा यह ध्यान दीजिएगा कि वहां साफ-सुथरा वातावरण हो धूप या अगरबत्ती जलाकर वातावरण को थोड़ा सुगंधित कर लीजिएगा ध्यान रहे वहां बदबू ना आ रही हो
₹5 की रुई ले लीजिएगा रुई लेकर उसमें इत्र लगाकर यहां वहां रख दीजिएगा सुबह-सुबह अच्छी महक आनी चाहिए रूम फ्रेशनर लगा दीजिए सुबह-सुबह अच्छी महक आनी चाहिए और एक धूपबत्ती और बस
एकदम दिल से आपको लगाना है किसी ने फीस तो ली नहीं है आपसे किसी ने डंडा तो उठाया नहीं आपको करने के लिए तो बस जो चीज करे दिल से करे पूरे श्रद्धा से करे पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ करे
एक तांबे की छोटी सी लुटिया में पवित्र जल भर लीजिए उसमें यदि थोड़ी सी गंगाजल हो तो गंगाजल की चार बुँदे डाल दीजिए और उस जल को हाथ में लेकर आप सबसे पहले इस मंत्र का जाप करेंगे जो मंत्र को मैं कहने वाला हूं और वह मंत्र आपको स्क्रीन पर भी दिखाई दे रहा होगा
ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपिवा।
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्यात् भ्यन्तर: शुचि: ।।
अब सीधे हाथ में जल लेकर उल्टे हाथ को सीधे हाथ के नीचे लगाकर इस मंत्र को पढ़ दीजिए और इस जल को अपने ऊपर छिड़क लीजिए आप पवित्र हो गए यह पवित्रता का मंत्र है आप पवित्र हो गए
अब इसके बाद आप भोले शंकर से प्रार्थना कीजिए कि हे भोले शंकर मैं आपको गुरु रूप में मानता हूं मैंने आपको गुरु माना है और मैं आपसे आज चाहता हूं कि आप मुझे अनुमति प्रदान करें गायत्री माता के मंत्र का जाप करने का मुझे इस मंत्र से सिद्धि की प्राप्ति हो आपकी कृपा की प्राप्ति हो
गायत्री माता की मंत्र द्वारा मुझे शक्ति की प्राप्ति हो मुझे सुख समृद्धि की प्राप्ति हो बस आप इतनी सी प्रार्थना कर लीजिए और उसके बाद फिर हाथ में जल लीजिए और जल लेकर गायत्री मां का आवाहन कीजिए
और आवाहन करके कहिए है मां मैं गुरु आज्ञा से आपके मंत्र का 108 बार जाप कर रहा हूं आप मुझे आशीर्वाद प्रदान करें मुझे कृपा प्रदान करें मेरे घर में सुख समृद्धि प्रदान करें मुझे बल बुद्धि विवेक प्रदान करें मुझे विद्या प्रदान करें शुरुआत में आप 108 बार ही करिए मतलब की माला का एक फेरा पूरा करना है
और थोड़ी सी मिश्री खरीदी लीजिए एक कटोरी में थोड़ी सी मिश्री का भोग गायत्री मां को लगाइए गायत्री मां का एक चित्र की व्यवस्था कर लीजिए अपने सामने लगा लीजिए और प्रार्थना करे हे मां आप मुझे बल बुद्धि विवेक प्रदान करें विद्या प्रदान करें
ऐसी मेरी आपसे प्रार्थना है और थोड़ी सी मिश्री खरीद लें एक कटोरी में थोड़ी सी मिश्री का भोग गायत्री मां को लगाइए गायत्री मां का एक चित्र की व्यवस्था कर लीजिए अपने सामने लगा लीजिए गायत्री मंत्र आपको याद नहीं है तो कोई बात नहीं गायत्री मंत्र आपको स्क्रीन पर भी दिख जाएगा
ओम भूर् भुवः स्वः।
तत् सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
आप इस काम को मुश्किल से 15 मिनट में कर लेंगे 4:00 बजे से करेंगे 4:15 तक हो जाएगा तो फिर इस माल की संख्या को पढ़ लीजिएगा इसको पांच माला तक ले जाए फिर उसको 11 माला तक ले जाए एक दिन में और फिर इसको करें
तो कुछ दिनों में आप काउंट कर लेना और आप स्वयं महसूस करोगे की एक शक्ति आपके साथ चलती है आपके साथ शुभ संयोग होने लगे हैं आपके साथ शुभ संयोग होने लगे आप खुद महसूस करोगे
एक काम और करना है आपको यह काम करना है आपको शनिवार के दिन शनिवार को गरीबों को सिक्के जरूर बाँटा करें 10-20 रुपए के सिक्के गरीबों को दान कर दीजिए मेट्रो में बैठे होते बिना यह सोचते कुछ करते नहीं है अपने गरीब को देखा जो आपसे मांग रहा है दान कर दीजिए
शनिवार के दिन शनिवार को गरीबों को सिक्के जरूर बाँटा करें जो मेट्रो के आस पास बैठे हो कुछ करते नहीं है आपको यह नहीं देखना है कि अरे इन्होंने अपना बिजनेस बना लिया है अरे यह कुछ करते तो है नहीं अरे इनके पास हाथ है
फिर भी काम नहीं करते हैं भीख मांगते हैं कोई बात नहीं है आपसे वह मांग रहे हैं वह गरीब है आपको उनको देना है वह शनिदेव देखेंगे कि उनका क्या करना है आप उनको जरूर दीजिए
एक काम आपको मंगलवार को करना है और वह काम ये करना है कि मंगलवार को शाम को आपको बैठ जाना है अपने मंदिर में रात को सारे कामों को करके और घी का दीपक जलाकर लाल वस्त्र धारण करके लाल आसन पर बैठकर यह आपको मतलब कंपलसरी होना चाहिए लाल धोती हो लाल कोरियन कंबल वाला आसन बढ़िया होता है
एक सुंदर कांड का पाठ कर लीजिए सुंदरकांड का पाठ सबसे पहले आप गुरु प्रार्थना कीजिए कि मैं आज सुंदर कांड का पाठ कर रहा हूं मुझे सुख समृद्धि हेतु धन-धन की प्राप्ति हो तो यह पहले भोले शंकर ओम नमः शिवाय और उसके बाद बजरंगबली से प्रार्थना करिए
हे बजरंगबली आज मैं आपके सुंदरकांड का पाठ अपने घर में सुख समृद्धि की प्राप्ति हेतु कर रहा हूं अपने शत्रु के शमन हेतु कर रहा हूं मेरे संकटों के शमन करे और आप सुंदरकांड का पाठ करना शुरू कर दीजिए आप देखिए कैसे आपके काम जादुई रूप से बनने लगेंगे
एक बात आपको और बता रहा हूं आपको अपने गांव मोहल्ले में हल्ला नहीं मचाना है ढिंढोरा नहीं पिटना है कि अभी सुंदरकांड करने लगा हूं यह हो जाएगा गायत्री मंत्र करने लगा हूं यह हो जाएगा बहुत सारे लोग क्या करते हैं
बहुत सारे लोग क्या करते हैं दान बाद में करते हैं ढिंढोरा पहले पीट देते हैं ये न गुप्त शक्तियां होती हैं और इन्हें गुप्त रूप से सहायता करने में बहुत आनंद आता है ये ना अपना प्रचार नहीं करवाना चाहती अपना गुणगान नहीं करवाना चाहती यह गुप्त रूप से काम करती हैं
यह शक्तियां यह नहीं चाहती है कि आप बताएं कि अरे साहब मैं यह कर रहा हूं मैं वह कर रहा हूं अगर आप लोगों से बताएंगे तो यह शक्तियां चली जाएगी आप जैसे ही इनका प्रचार करेंगे यह शक्तियां चली जाएगी
जिन लोगों को अपना कल्याण करना है वह यह प्रयोग कर सकते हैं इन सारे कामों को गुप्त रूप से करें आपके परिवार वालों को पता हो कि हां सुबह उठते हैं यह कुछ पूजा पाठ करते हैं बस ठीक है इतना ही है
ढिंढोरा पीटने की क्या जरूरत है आप इस काम को कर लीजिए मैं आपको इस काम को जब बता रहा हूं जब मैं परख चुका हूं पिछले दश साल से परख रहा हूं और मेरा विश्वास और बढ़ गया जब बाबूजी से मुलाकात हुई और उन्होंने बताया वह मुझसे बोले यार गुरुजी आपने मुझे ऐसा ऐसा बता दिया
मेरा तो सब कुछ सही हो गया मैं तो अपने काम को निरंतर रूप से करता चला जा रहा हूं 3 करोड़ का कर्ज उन्होंने इस प्रयोग के माध्यम से ही चूका दिया समझ रहे हैं आप यही एक जरूरी बात थी जो मुझे आपके साथ शेयर करनी थी आप इस प्रयोग को जरूर करें
आप पूरी तरह से अच्छे से समझ सके की आपको कौन कौन से पांच कदम उठाने है इसलिए मैं एक बार फिर से आपको संक्षिप्त में बता देता हूँ
सबसे पहला कदम:
सुबह 3:30 बजे उठने का संकल्प लें!
ईश्वर से प्रार्थना करें:
“हे ईश्वर, मेरे दुर्भाग्य का नाश करें और सौभाग्य प्रदान करें।”
फिर सोने से पहले ईश्वर से विनती करें कि वे आपको सुबह 3:30 बजे उठा दें। आप देखेंगे कि बिना अलार्म के भी, आपकी नींद ठीक उसी समय खुल जाएगी!
दूसरा कदम:
रुद्राक्ष की माला और पवित्र स्थान तैयार करें।
- एक रुद्राक्ष की माला लें और उसे गंगाजल से शुद्ध करें।
- उसे भोलेनाथ के चरणों में रखकर प्रार्थना करें कि यह माला सिद्ध हो और इसके माध्यम से आपकी मनोकामनाएँ पूर्ण हों।
- पीले वस्त्र धारण करें और पूर्व दिशा की ओर बैठकर साधना शुरू करें।
तीसरा कदम:
गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें।
- गायत्री माता का चित्र अपने सामने रखें।
- जल हाथ में लेकर प्रार्थना करें और मंत्र जाप करें।
- थोड़ी मिश्री का भोग लगाएँ और इसे अपने परिवार में बाँटें।
चौथा कदम:
दान करें!
- शनिवार को गरीबों को 10-20 रुपये के सिक्के दान करें।
- मंगलवार को बजरंगबली की पूजा करें और सुंदरकांड का पाठ करें।
- किसी को बिना बताए दान करें—गुप्त दान का विशेष महत्व है!
पाँचवाँ और सबसे महत्वपूर्ण कदम:
निरंतरता बनाए रखें आप इस प्रयोग को किसी को बिना बताए करें।
यह उपाय कोई जादू की छड़ी नहीं है, लेकिन अगर आप इसे पूरी श्रद्धा और समर्पण से करते हैं, तो निश्चित रूप से परिणाम मिलेगा।
यह कोई कहानी नहीं, बल्कि उन सैकड़ों लोगों की सच्चाई है, जिन्होंने इस उपाय को अपनाया और अपनी ज़िंदगी बदली।
और आप यदि किसी भयंकर विपत्ति से या भयंकर समस्या से जूझ रहे हैं तो ईश्वर से प्रार्थना करें वह बहुत दयालु है उनसे आपका कष्ट देखा नहीं जाता पर जब तक आप उनसे कहेंगे नहीं वह करते भी नहीं है उनसे आप प्रार्थना करें वह आपकी प्रार्थना को जरूर सुनेंगे वह आपकी जरुर मदद करेंगे
जय श्री राधे राधे