अपना पुराना चांदी कैसे बेचे? जागरूक बने! अपने पैसे बचाएं!
पुराना चांदी बेचने का हिसाब आसानी से समझे!
जी हां दोस्तों अक्सर हमारे घरों में महिलाएं सोने या चांदी के आभूषण पहनती हैं और कुछ समय बाद उनका मन होता है कि यह पुराना गहना बेचकर नया गहना बनवाने के लिए.. ऐसे में वह ज्वेलरी शॉप पर जाती हैं और अपने पुराने गहने बेचकर नए गहने खरीदती हैं
लेकिन दोस्तों यहां पर एक दिक्कत यह आती है कि जो वहां पर हिसाब होता है हम सभी वह हिसाब अक्सर समझ नहीं पाते और सबके मन में यह प्रश्न उठता है कि आखिर यह हिसाब कैसे होता हैI
तो आज के इस ब्लॉग में हम लोग सोने या चांदी को खरीदने या बेचने का हिसाब आसानी से समझेंगे तो चलिए शुरू करते हैंI
तो दोस्तों जब आप अपने चांदी का पायल या सोने का कोई भी समान ज्वेलरी शॉप के पास बेचने के लिए ले जाएंगे तो वह आपसे यह सवाल पूछेंगे
उनका पहला क्वेश्चन यह होगा कि आप इस सामान का क्या करना चाहते हैं क्या आप इस सामान को बेचकर इसके बदले में दूसरा कोई सामान लेना चाहते हैं या आप इस सामान को बेचकर पैसे लेना चाहते हैं
आपको क्या लेना है क्या आपको इसके बदले में कोई दूसरा पायल लेना है या फिर पैर का मीना लेना है या फिर चांदी की अंगूठी लेनी है
तो आपके पास दो ही ऑप्शन होंगे या तो आप उसको बेचकर पैसा लेना चाहेंगे अगर आपको जरूरत होगी या फिर उसके बदले में कोई और सामान लेना चाहेंगे
तो अगर आप कोई दूसरा सामान लेना चाहते हैं तब तो वह आगे की प्रक्रिया करना चाहेंगे लेकिन अगर आप उनसे बोलेंगे कि हम इसे बेचकर पैसा लेना चाहते हैं तो उन्हें इसमें बहुत ही घाटा होगा और वह चाहेंगे कि आप अपने सामान को उनके यहां ना बेचे
और वह यह बहाना करेंगे कि यह माल सही नहीं है इसमें बहुत ज्यादा मिलावट है इसकी रसीद कहां है आप रसीद लेंगे तभी यह वापस हो पाएगा इसको अपने जहां से लिया है वहीं वापस कर दीजिए वगैरह-वगैरह
लेकिन जब आप वहां पर यह बोलेंगे कि इसके बदले में मुझे दूसरा कुछ सामान लेना है तो वह ज्वैलर तुरंत इंटरेस्टेड हो जाएगा क्योंकि जब पुराना सामान लेकर पैसे देने होते हैं तो वहां पर बहुत ही ज्यादा घटा लगता है ज्वैलर को
और यही कारण होता है कि वह उसको लेना पसंद नहीं करते हैं और तमाम प्रकार के बहाने बनाते हैं जिससे आप इसको कहीं और जगह ही सेल करें उनके यहां सेल ना करें
एक आंकड़ा लेते हैं कि अगर मान लीजिए कि नया सामान लेने पर अगर उनको हंड्रेड परसेंट में से 40% बेनिफिट हो रहा है तो अगर आप उनके यहां से सामान लेते हैं तो उन्हें जो बेनिफिट है वह 20% ही हो पता है पुराना सामान लेकर नया सामान देने में
मतलब यह है कि अगर आप उनके यहां से 10000 का सामान ले रहे हैं पैसे देकर सोने या चांदी की ज्वेलरी खरीद रहे हैं तो उसमें उन्हें 40% या और भी ज्यादा बेनिफिट हो सकता है
लेकिन अगर आप पुराना सामान देकर उसके बदले में नया सामान खरीदते हैं तो उनका फायदा कम हो जाता है और 40 के जगह हम 20% ही फायदा हो पाता है
लेकिन जब उन्हें समान लेकर केवल पैसे देने होते हैं तो उन्हें एकदम घाटा ही होता है मतलब की कोई भी फायदा नहीं होता है उन्हें पैसे भी देने पड़ जाते हैं और सामान उनके यहां आकर रखा भी जाता है
तो इसको एक उदाहरण से समझते हैं
मान लीजिए कि आप 100 ग्राम चांदी का पायल ज्वेलरी शॉप पर बेचने के लिए जाते हैं
तो सबसे पहले ज्वेलर उस चांदी के पायल को साफ करवाता है जिसमें कि उसका अशुद्धि निकल जाता है और फिर से वह नया जैसा लगने लगता है तो मान कर चलिए की 100 ग्राम चांदी में 5% आपका मैतल निकल गया अब आपका 95% चांदी ही बचा है मतलब की 95 ग्राम चांदी बचा है
इसके बाद ज्वैलर उस चांदी को चेक करवाएंगे जिसे ज्वेलरी की भाषा में टंच करवाना कहते हैं और इससे यह पता चलता है कि आपका ज्वेलरी पर शुद्ध सोना या चांदी कितना पर्सेंट है
अब मान लेते हैं कि चेक करवाने पर आपका चांदी 75 परसेंट आता है मतलब की 25% मिक्स किया गया था उस समय
तो अब इस 25 परसेंट मिक्सिंग को आपके द्वारा दिए गए चांदी में से भी माइनस किया जाएगा यानी कि घटाया जाएगा और इसका पैसा नहीं जोड़ा जाएगा क्योंकि यह तो मिक्सिंग हुई थी
अब देखिए 100 ग्राम में से साफ करवाने के बाद 95 पर्सेंट बचा था यानी की 95 ग्राम चांदी बचा था अब उसका 25 परसेंट और माइनस किया जाएगा जो की आएगी 23.75 ग्राम
तो चलिए अब देखते हैं कि हमारा चांदी कितना बचा है 100 ग्राम में से तो इसको हम 95 ग्राम चांदी में से घटाएंगे तो आईए देखते हैं कि कितना बचता है
कटौती
5 ग्राम+23.75 ग्राम
= 28.75 ग्राम
इस प्रकार मोटे तौर पर 30 ग्राम की कटौती हो गई और 100 ग्राम में से मात्र 70 ग्राम चांदी ही बची है अब ज्वेलर्स इस 70 ग्राम चांदी के बदले ही समान देगा
अब मान लेते हैं कि चांदी का वर्तमान भाव ₹70000 प्रति किलो है मतलब की 1000 ग्राम चांदी 70000 रुपए की है तो इस हिसाब से 10 ग्राम चांदी ₹700 की हुई
तो लिए 70 ग्राम चांदी का दाम इस हिसाब से निकालते हैं तो इसके लिए हमें 7 में 700 से गुणा करना होगा तो यह आएगा
10 ग्राम चांदी ₹700
= 7×(10 ग्राम चांदी ₹700)
= 7×10 ग्राम चांदी 7×₹700
= 70 ग्राम चांदी ₹4900
तो इस तरह से चांदी की कीमत आ गई 4900 जो नई चांदी आप खरीदने वाले हैं अब इस पर ज्वेलर लगभग ₹20 प्रति ग्राम के हिसाब से मेकिंग चार्ज यानी की मजदूरी जोड़ते हैं तो मेकिंग चार्ज का कैलकुलेशन करने के लिए हमें 20 में 70 से गुणा करना होगा तो मेकिंग चार्ज इस प्रकार से आ जाएगा
20×70=1400₹
अब यहां पर मैंने मेकिंग चार्ज ₹20 प्रति ग्राम लिया है यह अलग-अलग ज्वैलर अलग-अलग हिसाब से लगते हैं और यह डिजाइनिंग पर भी निर्भर करता है जिन ज्वेलरी की डिजाइन बहुत ज्यादा वर्क वाली होती हैं तो उसमें उसका जो मेकिंग चार्ज ज्यादा लगता है और हल्की डिजाइन का मेकिंग चार्ज कम ही लगता है
तो इस प्रकार से नई ज्वेलरी की टोटल जो कीमत होगी वह इस प्रकार होगी
चांदी की कीमत प्लस मेकिंग चार्ज
4900+1400=6300₹
अब वह आपसे कहेंगे कि ठीक है आपका टोटल 6300 हो रहा है जिसमें से आपके चांदी का 4900 कीमत हुआ है उसको माइनस करने के बाद आपको ₹1400 और देना है अब व्यावहारिक रूप से अगर वह चाहे तो कहेंगे ठीक है अच्छा चलिए आपका हम कुछ काम कर दे रहे हैं आप 1000 जमा कर दीजिए और इस चांदी के नए सामान को आप ले जाइए
लेकिन यहां पर भी अगर वह ₹400 छोड़ दे रहे हैं फिर भी यदि मोटे तौर पर देखें तो उनका कुल मिलाकर 20% का बेनिफिट हुआ है
जबकि यही अगर आप नया चांदी खरीदते हार्ड कैश देकर के मतलब की 6300 नगद देते तो उनको इसमें 30 से 40 परसेंट का बेनिफिट हो जाता
अगर कस्टमर पायल या हाफ पेटी या फिर मीणा पैर का पजनी अगर लेता है तो उसको इसमें ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट होता है जैसे की 45% या 50% क्योंकि इन सब सामान में मिक्सिंग की मात्रा ज्यादा रहती है
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