कोई भी Tension हो दिमाग से नहीं निकाल पाती, क्या करूं?
कहानी से शुरुआत: जब दिमाग टेंशन से भर जाता है
राधा एक साधारण नौकरी करने वाली लड़की थी।
ऑफिस में बॉस की डाँट, घर पर माँ की उम्मीदें, बच्चों की पढ़ाई, और मोबाइल की लत—सब कुछ उसके दिमाग में घूमता रहता।
रात को सोचती—“बस 5 मिनट मोबाइल देख लूँ,” और देखते-देखते एक घंटा निकल जाता। सुबह नींद टूटती तो लगता जैसे बैटरी 0% पर चल रही हो।
क्या आपके साथ भी ऐसा हुआ है?
👉 क्या आपने भी सोचा है कि “अब से टेंशन नहीं लूँगा/लूँगी”, लेकिन अगले ही पल दिमाग फिर चिंता से भर गया?
यही समस्या है — टेंशन को निकालना नहीं आता।
लेकिन सच्चाई यह है कि टेंशन से भागने से नहीं, बल्कि उसे समझने और आध्यात्मिक तरीके से छोड़ने से शांति मिलती है।
उपाय 1: टेंशन को पहचानें और स्वीकार करें
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टेंशन से लड़ने की बजाय पहले उसे स्वीकार करें।
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खुद से कहें: “हाँ, मुझे चिंता हो रही है।”
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जब आप उसे स्वीकारते हैं, तभी समाधान की शुरुआत होती है।
✅ Example
राधा जब तक मानती रही कि “मुझे कोई टेंशन नहीं है”, तब तक उसकी नींद खराब रही। लेकिन जैसे ही उसने माना कि उसे बच्चों की पढ़ाई की चिंता है, उसने ट्यूटर रखा और हल निकाल लिया।
👉 यही पहला स्टेप है — टेंशन को पहचानना।
उपाय 2: ध्यान और प्राणायाम से मन को शांत करें
टेंशन दिमाग को जकड़ लेती है।
लेकिन ध्यान (meditation) और प्राणायाम उस जकड़न को ढीला कर देते हैं।
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रोज़ सुबह 10 मिनट का ध्यान करें।
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गहरी सांस अंदर लें और धीरे-धीरे बाहर छोड़ें।
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मोबाइल की लत से जूझ रहे हैं? प्राणायाम आपको शांत रखेगा और आत्म-नियंत्रण देगा।
Recommended Resource
👉 Ministry of AYUSH – Yoga & Meditation Benefits
उपाय 3: अपने मन की बात साझा करें
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टेंशन सबसे ज़्यादा तब बढ़ती है जब हम उसे अकेले सहते हैं।
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किसी भरोसेमंद दोस्त, परिवार या गुरु से बात करें।
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मन हल्का होगा और आपको लगेगा कि आप अकेले नहीं हैं।
Real-Life Scenario
जॉब में काम का दबाव बढ़ गया है?
👉 अपने बॉस से ईमानदारी से बात करें।
कई बार वही लोग जिनसे हम डरते हैं, वे हल निकालने में मदद कर देते हैं।
उपाय 4: आध्यात्मिक ज्ञान से जुड़ें
जीवन की सबसे बड़ी शांति भीतर से आती है।
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संतों और गुरुओं के प्रवचन सुनें।
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श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज जैसे संत बताते हैं कि टेंशन को पकड़कर रखने से समाधान नहीं आता—उसे छोड़ना ही असली उपाय है।
👉 यह YouTube वीडियो आपको नई दिशा देगा।
उपाय 5: डायरी लिखें – दिमाग से बोझ बाहर निकालें
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रोज़ रात को 5 मिनट निकालें।
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अपनी चिंता लिखें और उसके सामने लिखें—“मैं क्या कर सकता/सकती हूँ।”
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ऐसा करने से टेंशन दिमाग से कागज़ पर शिफ्ट हो जाएगी।
Example
पढ़ाई के स्ट्रेस से परेशान स्टूडेंट्स जब रोज़ अपनी टेंशन लिखते हैं, तो धीरे-धीरे उनकी सोच साफ़ हो जाती है।
Bonus Tips – आलस और मोबाइल की लत से छुटकारा
टेंशन के साथ-साथ आलस और मोबाइल की लत भी जीवन खराब करती है।
आलस कैसे दूर करें
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काम को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटें।
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खुद को 5 मिनट का रूल दें – “बस 5 मिनट काम करूंगा।”
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खुद को छोटा इनाम दें जब काम पूरा हो जाए।
👉 आलस और Procrastination से छुटकारा पाने के तरीके
📌 मोबाइल की लत कैसे छुड़ाएँ
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मोबाइल पर स्क्रीन टाइम लिमिट लगाएँ।
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सोने से पहले मोबाइल बिल्कुल न इस्तेमाल करें।
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फ्री टाइम में पढ़ाई, योग या परिवार के साथ समय बिताएँ।
👉 Mobile Addiction Solution in Hindi
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ Schema Ready)
Q1. आलस कैसे दूर करें?
👉 छोटे-छोटे काम समय पर करें, procrastination से बचें और ध्यान की आदत डालें।
Q2. मोबाइल की लत कैसे छुड़ाएँ?
👉 स्क्रीन टाइम लिमिट सेट करें, सोने से पहले मोबाइल न इस्तेमाल करें और परिवार/दोस्तों के साथ समय बिताएँ।
Q3. टेंशन को तुरंत कैसे दूर करें?
👉 गहरी साँस लें, 5 मिनट ध्यान करें और डायरी में अपनी चिंता लिखें।
निष्कर्ष
टेंशन से भागने से समाधान नहीं मिलता।
समाधान तब मिलता है जब आप उसे पहचानते हैं, स्वीकारते हैं और आध्यात्मिक तरीके अपनाते हैं।
जीवन में हर समस्या का हल है। बस जरूरत है सही नजरिए और सकारात्मक सोच की।
👉 अगर आपको ये उपाय उपयोगी लगे हों, तो इन्हें दूसरों के साथ ज़रूर साझा करें और नीचे कमेंट में अपना अनुभव बताएं।
आपका एक कदम किसी और की ज़िंदगी बदल सकता है।